तेरा इंसान होना
तेरा इंसान होना
बर्दाश्त नहीं होता मुझे
जब इंसानो से दीखते हो तुम
मेरे ही हो
एहसास नहीं होता मुझे
आत्मविश्वाश गुम हो जाता है
आत्मा भी नहीं होती
अंधरे में जलेंगे चिराग,
आशा भी नहीं होती
मुझमे भी है कुछ आग
एहसास नहीं होता मुझे
जब इंसानो से दीखते हो तुम
तुम, तुम हीं हो
विश्वाश नहीं होता मुझे
- अपर्णा
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